नई उमंग हैं, नई तरंग हैं,
मेरे दिल में आज खिल रहे तीन रंग हैं,
केसरिया, सफ़ेद और है हरा,
हर एक रंग हैं नए जोश से भरा,
नया है आसमाँ, नई हैं ज़मीं,
जैसे आ गए है हम और कही,
है नया आगाज़, नई शुरुवात हैं,
मेरे देश में एक नई बात हैं,
खिल रहे है नए गुल नए चमन में,
आज है कुछ नई मादकता इस पवन में,
कैसे न गुरूर करूँ इस सरज़मीं पर,
यही तो भारत हैं....!
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