मेरे गुरु का द्वारा..मेरे गुरु कैसे आऊ आपके द्वारे,
गुरुवर दो पुरुषार्थ के मार्ग का आशीर्वाद,
कर जन सेवा पा जाऊ इस जीवन का सार,
मेरे गुरुवर आप बस एक दान दाता,
मै क्या मांगू मेरे दाता आपसे से,
कुछ ना छुपा आपसे, सब आपके द्वार का प्रताप,
बिन मांगे सब हो देते मेरे गुरु का ऐसा द्वार,
अज्ञानी मन मे कार सेवा की आरजु को कैसे करू पूरा,
मन मेरा कुछ मैला सा, तन मेरा आपके द्वार का भागी,
मन के भाव जान लो, कुछ तन मन को निर्मल करो,
आप का द्वारा मेरे मन को दे रहा नया उजियारा,
गुरु तेरी शरण मिलती किस्मत वालो को,
मेरी किस्मत में क्यों ये अंधियारा, करो निरंजन,
पड़ा रहूं मेरे गुरु के द्वार मेरी ये अभिलाषा..
कुछ कर मेरे गुरु नानकशाही,
मेरी गति हो चौघट आपके गुरु द्वारे..✍🏼🐦
-