QUOTES ON #गीत

#गीत quotes

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नया नया पहलू लाता है, जग का रूप नया गढ़ता है।
अपने तन का मोल चुकाकर ,मानव का मन कवि बनता है।

(कैप्शन में पढ़ें पूरा गीत)

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16 MAR 2019 AT 6:56

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18 APR 2019 AT 9:19

दुनिया है मेरे पीछे, लेकिन मैं तेरे पीछे
अपना बना ले मेरी जान,
हाय रे मैं तेरे क़ुरबान

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3 DEC 2020 AT 14:14

| गीत |

नभ से छीने जा चुके हैं तारे सभी पर
चाॅंद को तो रोज़ उगना पड़ रहा है
जानता है सच नहीं कोई क्षितिज पर
है वो एक पंछी सो उड़ना पड़ रहा है
दूर थीं सीता पर कभी न राम हारे
कौन ये फिर आ गया है बीच हमारे

[ अनुशीर्षक ज़रूर पढ़ें ]

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14 JUN 2019 AT 23:07

बिखरे शब्दों को समेटकर, मैं "गीत" बन गई,
कलम को पाकर, मैं उसकी सच्ची मीत बन गई,
अपनी मुस्कुराहट देख, ख़ुद की मैं प्रीत बन गई,
अपनी कमियों को अपनाकर, ख़ुद की मैं जीत बन गई!!

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18 JUN 2020 AT 7:52

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10 DEC 2019 AT 9:19

ज़िन्दगी ख़ुशियों की "गीत" है
हम सबकी बस यही तो मीत है

जी लो इसका हर लम्हा लोगों
अपनी धुन में बजता संगीत है

कभी भी इसमें बिरह न भरना
यह तो बस दुखियन की रीत है

मुस्कान से दिलों में रहना "आरिफ़"
हँसकर ही अब दुनिया की जीत है

सच कहता है अब "कोरा काग़ज़"
कलम से दिखता सबका अतीत है

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1 JUN 2019 AT 23:14

आशाओं के इक मरघट पर,
भावों की भीनी चौखट पर,
विश्वासों के विस्तृत वट पर,
इस जीवन सागर के तट पर,

हम फिर तुम संग हसाँ करेंगे
हम फिर तुम संग रहा करेंगे।

जीवन की मझधार बड़ी थी,
तुमको खोना हार बड़ी थी,
लेकिन हमको ढोना ही था,
दुख की गठरी द्वार पड़ी थी,

उसे उठाये तुम्हें सुमिर कर,
हमने खुद को ढूंढा दर दर,
लेकिन मर्यादा में रहकर,
श्वास श्वास ले हर इक घट पर,

हम फिर तुम संग हँसा करेंगे,
हम फिर तुम संग रहा करेंगे।

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26 JAN 2018 AT 22:48

कल्पना नहीं मैं कटु सत्य
जन जीवन का दर्शाता हूँ।
जख्मों दर्दों से ओत-प्रोत
शब्दों से गीत बनाता हूँ।

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12 AUG 2020 AT 16:17

तुम न आए, हमें ही बुलाना पड़ा
मंदिरों में सुबह-शाम जाना पड़ा
लाख बातें कहीं मूर्तियाँ चुप रहीं
बस तुम्हारे लिए सर झुकाता रहा
प्यार लेकिन वहाँ एकतरफ़ा रहा, लौट आती रही प्रार्थना
रात जाती रही, भोर आती रही, मुसकुराती रही कामना

शाम को तुम सितारे सजाते चले
रात को मुँह सुबह का दिखाते चले
पर दीया प्यार का, काँपता रह गया
तुम बुझाते चले, हम जलाते चले
दुख यही है हमें तुम रहे सामने, पर न होता रहा सामना
रात जाती रही, भोर आती रही, मुसकुराती रही कामना

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