हमनें बहनें से छुप के जमाने से,
पलकों के परदे पे घर कर लिया,
तेरा सहारा मिल गया हैं जिन्दगीं
ए जिन्दगीं गले लगा ले
हमनें भी तेरे हर एक गम को गले से लगा लिया हैं हैं ना। छूटा सा साया था आखों में आया था हमनें दो बूंदो से मन भर लिया हमको किनारा मिल गया हैं जिन्दगीं,
हमको किनारा मिल गया हैं जिन्दगीं,
ए जिन्दगीं गले लगा ले ए जिन्दगीं गले लगा ले
हो गले लगा ले।-अपराजिता राॅय ❤👍
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