QUOTES ON #गगन

#गगन quotes

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17 AUG 2018 AT 0:23

धरा शोक संतप्त, मगर गगन इतरा रहा है
धरा की आँख का तारा, जगमगाने जा रहा है

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14 FEB 2019 AT 16:16

कागज़ को कलम चूमे तो सृजन प्रेम का होता है
धरती संग गगन झूमे तो सीजन प्रेम का होता है

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15 MAY 2019 AT 6:31

चीथड़ों से वो अपना
तन ढकती है
मानो बादल के टुकड़े से
गगन ढकती है

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4 OCT 2018 AT 18:48

मुहब्बत के पंछी उडे हैं पिंजरे से ,
बाहर ख़बर कर दीजिए इनको न पकडे ।

पहली दफ़ा ऊँची उडां इतनी भरी हैं ,
बेख़ौफ़ हो आकाश नीले कौन पकडे ?

अनुभव अभी इतना नहीं फिर भी उडे हैं ,
बाली उम्र में रोज़ बाँहे कौन पकडे ?

एक दम हुए आज़ाद तो मारे ख़ुशी के ,
सुध बुद भुला बैठे अजी लो कान पकडे !

समझे नहीं हम हाथ के उनके इशारे ,
बोले नहीं सच झूठ उनका कौन पकडे ?

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5 OCT 2019 AT 21:23

ऐ चाँद तू जा
उसे बता दे....

उस मगरूर को
मेरा पता दे.......

चरित्र की ऊँचाई
उसे बता दे........

निर्मल झरना हूँ
हँसी की वादी का.......

आजाद उन्मुक्त पवित्र
रंग ढंग मेरा.......

सारा गगन छत
धरा सारी घर मेरा......

रब भरोसे जीवन है मेरा
बेटी ईश्वर की........

ऐ चाँद तू जा
उसे बता दे.........

सुमन यादव

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30 SEP 2018 AT 12:28

तू पतंग
मैं डोर
उड़ जाऊं
तेरे संग
गगन की ओर

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30 MAR 2019 AT 6:04

धवल चंद्रमा और श्याम गगन
काली चाय में ज्यों शक्कर घन

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25 OCT 2018 AT 20:36

लगा चंदन
गगन के मस्तक~
चमके चन्दा

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28 NOV 2020 AT 11:55

शीर्षक - गगन में उड़ते परिंदे

गगन में उड़ते परिंदे कभी ऊंचाइयों से डरते नहीं
क्योंकि उन्हें अपने पंखों पर भरोसा रहता है आसमान की ऊंचाइयों पर नहीं

इंसान तू भी अपने आप पर भरोसा रख अपनी मेहनत पर भरोसा रख
मेहनत रूपी आग में तपकर अपना परचम आसमान की ऊंचाइयों में फैला इतना ख़ुद पर भरोसा रख

याद रखना सफलता उन्हीं को मिलती है जो रिस्क लेना जानते हैं
हार मानकर बैठने वालों को असफलता ही हासिल होता है

हमें भी परिंदे से सीखना चाहिए इंसान सफलता रूपी ऊंचाइयों पर तभी पहुंच सकता हैं
जब अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्रचित होकर निष्ठावान होकर कार्य करता है तो जरूर सफल होता हैं

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15 MAY 2018 AT 14:09

यक़ीन मानो, रोज़ तेरे ही ख़्वाब देखते हैं
मिलते हैं जब तेरे इशारे तो बेहिसाब देखते हैं..!
एक तू चाँद है धरती पर, दूजा है गगन पर
झुकी-झुकी नज़रों से तुझे हम लाजवाब देखते हैं..!

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