दीप शिखा 18 JUL 2018 AT 16:05 सिमटते देखा है तमन्नाओं को तहजीब के दायरे में अक्सर,वरना इश्क, अरमान और ख्वाहिशें कब बेज़ुबां होती है.... - Supriya Mishra 24 NOV 2019 AT 14:05 पानी भर कर आंखों मेंतेरी खुशियों की खातिरअपने प्यारे तारों कोचांद ने फेंक दिया होगा।- सुप्रिया मिश्रा - Amol Gade 29 AUG 2018 AT 9:27 अपने इशारों पर चले वो जिंदगी कहां,ख्वाहिशें कहां और चलते कदम कहां! - Tanuja Shivhare 17 AUG 2020 AT 17:35 मुख़्तसर है जिंदगी और ख्वाहिशें बेशुमार उम्मीद नहीं साहिल की फिर भी है एतबार - Pankaj Mehra 21 JUL 2021 AT 12:27 सुकून की बात क्या करे यहाँ तकलीफ ख़्वाहिशों से है ,कल तक थे धूप से परेशां आज तकलीफ बारिशों से है !! - Akanksha Jaiswal 25 DEC 2020 AT 3:17 गुजरे ऐसी हर रात-रात,हो ख़्वाहिशों से बात-बात..लेकर सूरज से आग-आग,गायेजा अपना राग-राग..कुछ ऐसा करके दिखा,खुद खुश हो जाये खु़दा.!! - Amol Gade 25 OCT 2018 AT 8:50 ख्वाहिशों की बारिशों का कोई मौसम कहां होता है?वो तो बेधूंदसी बरसती हैं,बिना रूके, बढ़ती उम्र की तरह। - ALPANA SHARMA 28 JUL 2020 AT 6:41 हर सुबह जगती है ख़्वाहिशें, दीदार-ए- इश्क़ की ख़ातिर,हर रोज़ दुआ में हाथ उठता है मेरा, तुम्हारी सलामती की ख़ातिर। - Parul Tiwari 14 MAR 2021 AT 20:18 ख्वाहिशे ही थी जिन्होंने मजबूर कर रखा थावरना हमने तो इंतज़ार में भी सुकून ढूढ़ लिया था💫 - SȺᵾmɏȺ ŧɍɨᵽȺŧħɨ🌸 14 JAN 2021 AT 9:39 पतंग सी उड़ी तो हैं मेरी ख्वाहिशें मगर ना जानें कट कर किसके छतपर जा गिरी हैं! -