"पर आपने ही कहा था ना कि घर की कीमती चीज़ों को ताले में बंद रखना चाहिये और वैसे भी हम कहीं जाते हैं तो उन्हे घर में ही छोड़ जाते हैं। मैने ये ताला दादाजी और दादी के कमरे के लिये खरीदा है।"
संतुष्टि भी मिल ही गई होगी आख़िर मन चाही मुराद थी न ये, वैसे भाई साहब ये बस शौक है ये पैदाइशी है मतलब ये बीमारी अभी कुछ दिन से पनपी है या पैदा होते ही इसके शिकार हो गए थे । घबराओ मत ज़वाब दो ?