किसी कि याद में लिखना फ़िज़ूल है उसे रकीब के साथ देख जल जाना फ़िज़ूल है वो तेरा है तो क्यों नहीं है तेरे साथ 𝑴 𝑱 𝑺𝑯𝑬𝑹𝑵𝑰 उसी की याद में आंसू बहाना फ़िज़ूल है
कुछ ना करने से बेहतर है किसी की मुरझायी जिंदगी को गुलिस्ताँ किया जाए , यूं ही बीत न जाए ये अमूल्य जीवन आ बंदे काम कुछ नेक किया जाए ।
नेक कर्म के मार्ग पर कांटे जरूर मिलेंगे रास्ता सरल हो या कठिन पग तू आगे धरले , खिले हुए चेहरे देंगे दिल से दुआएं भगवान के दिए इस जीवन का सदुपयोग तो करले ।
भूखे पेट सोते जाने कितने लोग अपनी भूख मिटाने से पहले कुछ का पेट जरूर तू भरदे , जाना तो सबको है एक दिन जाने से पहले एक मिसाल कायम तू करदे।।
नाराज़ ना होना क़भी दोस्तों, ये सोच कर कि काम मेरा, और नाम किसी और का हो रहा हैं, सदियों से जलते आ रहे हैं, घी औऱ रुई दोनों एक साथ, और लोग कहतें है कि, माटी का दिया जल रहा हैं।।