Ansh Babu 30 SEP 2021 AT 1:33 चंद काग़ज़ात पेइश्क़ लिखने की ज़िद थी,और ज़िद में कब ख़ाक हुए,इल्म तक ना था... #AB833 - Sonu Poddar 24 MAY 2020 AT 20:45 मैने सोचा कि वो मुझसे मिलने फिर से आया हैपर काग़ज़ात लेकर मुझे फिर अकेला छोड़ गया -