QUOTES ON #कसक

#कसक quotes

Trending | Latest
26 FEB 2022 AT 16:08

जब एक एकाकीपन सा..
...शाम ढ़लने के उपरांत हो जाता है
जब ह्रदय व्याकुल.. व्यग्र.. नितांत हो जाता है,

जगह जगह पर जब उदासियाँ नृत्य करने लगतीं हैं
जब मन की ख्वाइशों के शहर के विरूद्ध..
...एक सारा प्रांत हो जाता है,

जब मोहः से युद्ध लड़ने को ह्रदय उतारू हो जाता है
तब मैं तुम्हें सोच लेता हूँ... मन शांत हो जाता है!!

-



दिल में एक कसक है,
दिल में एक चुभन है।
क्यों ना मिले आप हमको,
आज भी हमें आपकी लगन है।

-


14 AUG 2019 AT 9:03

फिऱ वो उम्र मिले, फिऱ आपसा कोई मिले,
चाहे यह दिल फिऱ दिलगी का रास्ता कोई मिले,

बदलते वक्त की करवट से हैरान से हैं हम,
आईने में चेहरा अपना ही याद सा कोई मिले,

यह कौन है जो ख़ुद को ही छुपाता है खुद से,
बालों में सफ़ेद ईक बाल तलाशता कोई मिले,

ज़िन्दगी के आख़िरी पड़ाव में अब क्या ढूंढता है फ़राज़,
काश बिस्तर की सिलवटों में फ़िर ख़्वाब सा कोई मिले..!
फिऱ वो उम्र मिले, फिऱ आपसा कोई मिले...!

मन की बातें -a.rana










-


2 NOV 2019 AT 11:40

तू कंहा है, मेरे पास आ,
मैं कंहा हूँ, मुझे पता चले!

-


5 JUN 2020 AT 19:57

मरना ही था
तो बेवफ़ाई के साथ ही मार देते,

ये दर्द के बहाने
कसक देके तड़पता क्यों छोड़ गए ... !!

!! कसक - रुक-रुक कर होनेवाली पीड़ा !!

-


29 OCT 2019 AT 15:43

उसकी बातें, उसकी यादें,
अक्सर लौट आती है,
मेरा होना क्या था
की तेरा होना क्या था.

तनहाई औऱ चाँद तले
सिलसिला बिते पलों का,
अहसास है तेरे वजूद का
की तेरा होना क्या था..

गुजरे पलों के हिसाब है
कुछ लेना-देना बाकी है,
अब तुम लौट आओ
की तेरा होना क्या था..

-



कसक बढ़ती जा रही है , इश्क रगों में दौड़ रहा है !
मेरा मुझसे कुछ छूट रहा है, दर्द दिल में हो रहा है !!

-


20 MAY 2020 AT 14:05

उम्मीदों के अर्श पर,
यकीन की परवाज़ भरकर,
बेख़ौफ़,बेपरवाह..तमाम एहसासों से लबरेज़,
ख़ुशियों के बसेरे की तलाश में,
बहुत दूर निकल गई ...
और फिर अचानक.. 'मै डूब गई..'
लेकिन ये कैसे हो सकता है?
मैं डूब कैसे सकती हूं?
क्योंकि...
वो अर्श नहीं,दरिया-ए-हक़ीकत था,
जिसमें झलकते अक्श को,अर्श समझकर,
मैं जिंदगी के सफ़र पर निकल पड़ी थी..
न जाने किस वहम ने,आँखों पर परदा डाल रखा था,
एतेबार के पंख फड़फड़ा रहे थे,
वो उड़ना चाहते थे,जिंदगी जीना चाहते थे,
मगर दरिया ने अपने आगोश में लेकर,
उन छटपटाती हुई ख़्वाहिशों को,खा़मोश कर दिया..
हर एहसास फूट-फूट कर रो रहे थे,
पर बहते आँसुओं को न कोई देख पाया,न समझ पाया..
सारी उम्मीदे उसी दरिया में मिलकर खारी हो गई...
और पीछे छोड़ गई मीठी सी कसक..
कसक अपनेपन की..
कसक यादों की..
कसक....मंज़िलों को पाने की....🌿

-


6 SEP 2021 AT 21:48

कसक भरे मंजर बन रहे है,
तेरी यादों में हर बार...।
कभी पास आने की चाहत रूला रही है...
कभी दूर जाने की चिन्ता सता रही है...।

#यादों_की_कसक

-


20 MAR 2019 AT 0:17

बेइंतहा खामोश मुहब्बत की कसक देखी है,
हमने देखा है सितारों को जमीं पे टूटते अक्सर !

-