ये तो शब्दों का जादू है ,
कभी कविताओं में,
कभी गानों में,
कभी किसी गलियारे में,
कभी सुंदर बगियारे में,
कभी शायरी के अंदाज़ में,
कभी मस्ती के लिहाज़ में ,
कभी किसी किताब में,
कभी कागज़ के उड़ते जहाज़ में,
लिख देती हूँ
कभी अहसास में, कभी सुनकर आवाज़ में,
कभी होकर उदास मैं।।
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