मुझे मुझसे रिहा कर दे,
तू मेरा फैसला कर दे.!
मुझे लड़ने की ताकत दे,
नहीं तो फिर फ़ना कर दे!
तपिश ये ख़त्म हो जाए,
इनायत की सबा कर दे.!
मेरी मंज़िल मुखातिब हो,
करम इतना ख़ुदा कर दे.!
ये दिल मासूम है इतना,
न जाने कब खता कर दे.!
मिटे अब बेबसी मेरी,
मेरे मौला दुआ कर दे.!
स्वतंत्र पर नाज़ हो सबको,
मुझे सबसे जुदा कर दे..!
सिद्धार्थ मिश्र
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