2122 1212 22
जब सफ़र में थकान होती है,
जीस्त फ़िर बे ज़बान होती है।
तीर तीखे वो छोड़े बातों के,
मुँह में कैसी कमान होती होती।
चैन माँ बाप को नहीं मिलता,
जिनकी बेटी जवान होती है।
दिल हथेली पे रखते हैं फ़ौजी,
यूँ वतन की अमान होती है।
हिन्दू मुस्लिम नहीं कोई बेटी,
वो वतन की ही शान होती है।
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