उसने पूछा, आप इतने अच्छे क्यों हो? क्या जवाब दूँ? कई बार सोचा? क्या बताऊँ? जिसने बुराई का दंश सहा हो, वो चाह कर भी बुरा नही हो सकता, हर किसी की पीड़ा, उसे अपनी लगती है!!
आज उनसे यूँहीं मुलाकात हुई, उसने हिचकिचाते हुए पूछा कैसे हो, मैंने मुस्कुराकर कहा, मुझसे पूछा न कर की कैसा हूँ तुम्हें अब न पसंद आऊंगा शायद अब वैसा हूँ...!!!
👉 उसने पूछा मुझसे क्या बात है! मैंने बोला :- बात तो सिर्फ हर जगह, तुम्हारी ही होती है, जब हमारी सुबह आंखें खुलती हैं। और बातें सिर्फ उनकी होती है, जिनमें कोई "Special" बात होती हैं।।
उसने पूछा शर्ट इन क्यों नहीं करते क्यों दिखते हो हमेशा अस्त व्यस्त मैंने कहा जेन्टलमैन नहीं हूं ना फॉर्मल भी नहीं हूं हंसते हुए उसने कहा जो हो उसके बारे में बताओ जो नहीं हो तुम उसे तुमसे बेहतर जानती हूं मैं |
उसने पूछा तुम ये सब कैसे लिख लेते हो ..अब उन्हे ये कौन बताए की उनके दीदार होते ही ये हाथ खुद -ब-खुद रेस करने लगते है तेरी खुबसुरती को अपने अन्दाज-ए-परख से लिखने लगते है.