तुम मुझे मिरे हाल पर छोड़ जाओ
मैं दूर हूँ, इसी मलाल पर छोड़ जाओ
तुम बहुत अच्छे हो मुझसे प्यार किया
मैं बुरा हूँ, इसी सवाल पर छोड़ जाओ
हमारी कहानी अधूरी ही रहती हमेश़ा
मिल न पाते, इसी ख़याल पर छोड़ जाओ
तुमने बहुत कोशिश की मुझसे मिलने की
मिल न सका, मिरी धीमी चाल पर छोड़ जाओ
सारी उम्र गवां दी पर तुम हासिल ना हो सके
जी लूँगा, तुम मुझे बीते साल पर छोड़ जाओ
सबसे अच्छा हमसफ़र ढूंढ लेना कहीं "आरिफ़"
तुम तो क़ातिल हो, इसी कमाल पर छोड़ जाओ
"कोरा काग़ज़" है कुछ भी नहीं बोलेगा तुम्हें कभी
इसको तुम अपनी कलम, के जमाल पर छोड़ जाओ
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