Anuup Kamal Agrawal 20 MAY 2018 AT 16:37 दिमाग में उग आती हैंकविताएँजैसे चेहरे पर दाढ़ी - Anuup Kamal Agrawal 24 NOV 2017 AT 19:18 जितना काटता हूँउतनी ही उग आती हैं तेरी यादें - More Light 25 MAY 2020 AT 19:06 हम पंछी उन्मुक्त गगन के...पिंजरबद्ध न गा पाएंगे...कनक-तीलियों से टकराकर...पुलकित पंख टूट जाएँगे... - Sarika Saxena 27 MAY 2017 AT 14:12 तोड़ ही देते हैं चलो ये कच्चा सा रिश्ता अब दरमियाँ उग आयी है एक शिगाफ यूँ भी। - Saket Garg 23 AUG 2022 AT 19:15 आज सूख रहा हूँ तो क्या हुआकल फ़िर उग आऊँगा हरी घाँस के बीच में कहीं से- साकेत गर्ग 'सागा’ - Sarika Saxena 29 MAY 2017 AT 21:33 शिगाफ के बीच में ही जैसे उग आती है खरपतवार,लड़कियाँ भी ऐसे ही खिल जाती हैं तोड़ के हर दीवार। - Amandeep Singh 24 MAY 2017 AT 10:53 सिर पे जब से सफेद बाल उगे हैंजवानी और ज़ोरों से उफान मारती है - Deepika Keshri 8 AUG 2019 AT 21:09 तुमसे प्रेम करते हुए कभी चिड़िया हुई तो कभी तितली कभी फूल बन कर भी इतराईजब-जब तुमने प्रेम कहामेरे दो पंख उग आएं - Deepika Keshri 19 OCT 2019 AT 23:03 प्रेम भित्तियों पर उग आएगातुम उसकी नींव काटना चाहोगेतो पूरी दुनिया उसका श्यामपट्ट हो जाएगा! - Sarika Saxena 21 MAR 2017 AT 22:26 क़त्ल जो हुआ कभी मेरा, तो नज़्म बन के बिखर जाऊँगी गर जो गिरी काग़ज़ पे, तो ग़ज़ल बन के उग आऊँगी;कि रगो में मेरे ख़ून नहीं, स्याही बहती है!-सारिका -