अब अपने घर के
साथ साथ,
ससुराल की इज़्ज़त का
बोझ भी
मेरे कंधों पर डाल दिया जाएगा,
जब बोलूँगी मुझे मेरे
ख्वाब पूरे करने है,
तो सही वक्त नही है अभी,
बोलकर मेरी बात को
टाल दिया जाएगा..!!
लड़की हूँ ना,
अपने माँ बाप के साथ साथ
अब मुझे उसके माँ बाप को भी
अपनाना होगा,
मानकर उनकी हर एक बात,
ना जाने रोज़ मुझे
अपने कितने ख्वाबों को
दफनाना होगा..!!
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