QUOTES ON #इंसा

#इंसा quotes

Trending | Latest

इंसा को इंसा की गर ज़रुरत न हो,
मुमकिन है कि मोहब्बत न हो।

-


24 APR 2020 AT 13:19

हम भी इंसा ही है तेरे जैसे
दुःख में क्यों याद आते हैं, जीसस के जैसे।

-


18 JAN 2018 AT 0:19


कुछ कड़वी ही सही मगर मुझे रास तो आती है जिंदगी
कब्र में इंसा के, ना अपने साथ होते हैं और ना ही पराये।

-


6 JUL 2017 AT 15:39

वक़्त कहाँ कब किसके लिये ठहरता है यारा?
मुट्ठी में बंद रेत को किसने क़ैद किया है यारा?

सर पटकोगे पत्थर पे तो पागल ही कहलोगे
पत्थर के भगवानों ने कब कोई जवाब दिया है यारा?

उनके दुःख और उसके दुःख में ज़मीं और फ़लक की दूरी है
अमीर-ग़रीब की हस्ती में कब कोई मिलान हुआ है यारा?

बस सूरत उसकी देख के ही तुम भी धोका मत खा जाना
इंसानों की बस्ती में सब होते नहीं इंसा हैं यारा।

-


12 SEP 2020 AT 11:46

रंग मंच की कटपुतली रंग मंच के कलाकार,
दुनिया खेल तमाशा है, इंसा है परेशा ।।
अजब गजब के खेल तमाशे, तरह- तरह के रंग,
दुनिया रैन बसेरा है, कौन किसी के संग ।।
बड़ा-बड़ा सब कर रहे ,बड़ा न होत कोई,
घमंड़ करे किस बात का जब हाथ ही कुछ न होई।।
सीख न बांटी ज्ञान की, धर्म लिया क्यों बांट,
मंदिर-मंजिद सब करे सुने न कहु बात ।।
मेरा- मेरा क्यों करे, मेरा तो कुछ न होए,
अगले पल क्या होएगा जान सका न कोए ।।
हंसी खुशी के पल यहाँ जो बीते संग साथ,
वो ही सब अपना है बाकी सब बेकार ।।


राहुल गुगलानी✍✍😊🙏






-



देखकर अश्रुधार नयन मे, हृदय व्यथित नही होता हो।
दया भाव जिस मन मे नही, क्या तुम भी एक इंसा हो?

-


6 APR 2019 AT 23:14

शिकस्त का आलम आजकल यूं घेरे हुए है,
कि एक इंसा भी गर हांथ बढ़ा कर रास्ता दिखा दे,
तो शायद उसे हम खुदा कह दें।

-


12 DEC 2017 AT 13:29

अना के पिंजरे में कैद,
वही इंसा..
मिट्टी के पिंजरे में कैद,
वही मूरत..

-


22 JUN 2017 AT 15:44

प्रेम-सद्भाव का जीवन सपन हो गया,
दिलों की खलिश में इंसा मगन हो गया।
आदमी बना आदमी का दुश्मन यहाँ,
गीत-संगीत सब कुछ ही दफन हो गया।

विधा-मुक्तक

-


14 JUN 2021 AT 9:30

सरहदें निशानी हैं खूनी बहसीपन की
जिसने खेला खिलवाड़ किया इंसा से

-