तुझे खोता गया, सब कुछ मेरा खोता गया
प्यार कम होता गया, तूने चाहा जो होता गया
प्यार में लुटता गया, मिटता गया, तकदीर से पिटता गया...
फिर भी कलम की नोंक को कागज पे घिसता गया..
तेरी याद में जागता गया, रोता गया, दिन-रात यूं गुजरता गया
एक दिन मरा तो हर कोई मेरी लाश पे हंसता गया...
मोहब्बत में आशिक हुआ, माशूक हुआ, शायर हुआ, जो भी हुआ दिल से हुआ...
हर दर्द_ए_दिल को सहता गया, हर जख्म पे मरहम लगाता गया...!
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