सुनो! जो मुझे अपना बनाना है न तो मुझे खुला छोड़ देना मैं उड़ कर कहीं नही जाऊँगा.. जो तुम मुझे बांधकर रखोगे न तो न मैं तुम्हारा हो पाऊँगा और न ही अपना रह पाऊँगा...
"भारत की फ़ज़ाओं को सदा याद रहूँगा आज़ाद था, आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूँगा" भारतीय स्वातंत्र्य समर के वीर शिरोमणि माँ भारती के सच्चे सपूत ,महान क्रांतिकारी श्री चंद्रशेखर तिवारी "आजाद" जी को उनकी पुण्य तिथि पर सादर नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि ।