मेरी जिंदगी में खुशिया तेरे बहाने से है,
कुछ तेरे रुठने से है,कुछ मेरे मनाने से है,
फसाना कैसे करु बयां मैं शब्दो मे,
सारी कायनात लगी हमे मिलाने मे है,
जो तुम समझ सको तो जाहिर करु,
ये सब बस अफसाने ही तो है,
जो कभी खामोशी समझो तुम,
तो बतलाऊ तुम्हें ये राज अनजाने ही तो है,
अनंत आकांक्षाए है इस मन की,
संभव नहीं है सबका पूर्ण हो पाना,
इन मायनो को समझ पाना मुश्किल है
जो बन्द पुराने तहखानो मे है,
फिर भी खवाहिश है इस दिल की,
कि कोशिश करु आखिरी श्वास तक मै ,
बहते अश्रुओं मे ही है मिलन हमारा,
इस हृदय मे वो आशा कल भी थी, आज भी है!
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