वो रात, जो हसीन हुआ करती थी..!!
आज-कल, आँखों से टपक रहीं है..!!
यादों के गहरे इस कटघरे मे..!!
आज-कल कुछ, बेचैनी सी झलक रहीं है..!!
हक़ीक़त था वो पल, या था कोई सपना..!!
सोच सोच उसे, आज-कल रातें कट रहीं है..!!
ये मोहब्बत की तस्वीर, जो आँखों मे समाई थी..!!
आज-कल रातों को, आँशुओ से निकल रहीं है..!!
वो रात, जो हसीन हुआ करती थी..!!
आज-कल आँखों से टपक रहीं है..!!
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