घमंड किस बात का करना यारो
एक रात ऐसी भी आएगी
जिसके बाद सवेरा ही नहीं होगा-
रात जितनी गहराती है,, उतने ही गहरे दर्द को जगाती है..
खामोशी की चीख इस क़दर शोर मचाती है,,
खुद की आवाज़ खुद में कहीं खो सी जाती है..-
या तो मैंखाना गलत है,
या तो साकी ग़लत
हमनें देखा है,,,,,,,,
जीते हुए बे- जानों को
शिफा मिले भी तो,
ना मंजूर है हमें
हमनें देखा है,,,,,,,
रोते हुए बे- जानों को
फितरत में वफ़ा न हो तो,
दूर रहना ही सही
हमनें देखा है,,,,,,,
जलते हुए बे- जानों को-
क्या लिखूं उसकी आवाज के बारे में
वो चाय बोलती है तो मुझे स्वाद आ जाता है-
इतनी खामोशी
रखना ठीक नहीं
लोग चीखें नहीं सुनते
तुम्हारा अनकहा
एहसास क्या सुनेंगे ,
और मेरी वो सुनने वाले
होते कौन हमें अपनी
आवाज इतनी बुलंद
करनी है कोई सुने
नहीं , सुनना चाहें-
मेरे ख्याबों की ताबीर हो तुम
तन्हाईयों मे गुन्जी अवाज हो तुम
क्या कहूँ की क्या हो तुम
अल्लाह की देन
और खुदा की सौगात हो तुम!!!-
जब भी जरूरत हो मेरी
तो अवाज़ दे देना
आज मेरी अवाज़ सुनाई नहीं दे रही है
या आना नहीं चाहते
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प्रेम म्हणजे काय ?
प्रेम म्हणजे भवना व्यक्त करने,
प्रेम म्हणजे मनातल कोणाला तरि सांगणे
प्रेम म्हणजे बिन्दास्ट आपल्या प्रेयसिला बोलने
प्रेम म्हणजे एकटे पणा दूर करने
मग ति कोणी ही असो , तिची गरज पड़तेच प्रेम करायला....
😍😍😍😍😍😍❤️❤️❤️💓💓-
शायर तो हम हैं ,शायरी बनादेंगे।
आपको अपनी शायरी मै कैद कर लेंगे।
कभी सुनाओ हमे अपनी अवाज,
आपकी आवाज को हम गजल बनदेंगे।।।-