सुनो तुम!!
लाज़िमी है तुम्हारा डरना,
मनुष्य के कर्म डराते हैं उसे,
क्रिया प्रतिक्रिया का सिद्धांत,
एक सार्वभौमिक सत्य,
ये भय वस्तुतः,
कृत क्रिया की प्रतिक्रिया से,
उपजता है ..!
निर्भयता अपने कर्मों पर,
विश्वास से उपजती है..
और हां बात मासूमियत की,
किसी को आक्षेपित करना,
मासूमियत नहीं है,
अबोध चित्त कलुषित परिणामों से,
निर्भय होता है..!
सिद्धार्थ मिश्र
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