स्वार्थ की भावना से ऊपर उठकर जन की मुस्कान बनाना हैं
सबको अपना समझ के आगे बढ़ के सबका साथ निभाना हैं
रास्ते थोड़े मुश्किल जरूर हैं मगर इन रास्तों पे हँस के चलना हैं
परेशान न हो कोई हमसे इस बात का भी ख्याल रखना हैं
हम क्यों डरे आने वाले कल से हमें तो आज में जीना हैं
मंजिल कितनी हसीन होगी जब साथ अपने पूरी दुनिया होगी यही सोच के आगे बढ़ते जाना हैं
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