मीठी यादों में पगे हुये ,
मीठे सपनो से सजे हुये ।
वो फुलवारी सी दुनिया ,
अनगिनत ख़्वाब रंगों में रंगे हुये ।
वो देख तुम्हारा मुस्काना ,
मेरा वो तुमसे छुप जाना ।
वो चपला सी चंचल इच्छाऐं ,
बिन माँग सब पूरी होती जायें ।
वो खिलता सौभाग्य का उपवन ,
वो रात रानी सा महका जीवन ।
जब तुम ही मेरी धड़कन थे ,
वो क्या " कॉलेज" के दिन थे ।
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