अंध भक्तो की तरह अंध भक्ति न किया कीजिए,
चंद दिनों में ही किसी का आकलन न किया कीजिए.
सुना है हाथी के दांत दिखाने के अलग
और खाने के अलग होते हैं.
जल्दबाजी में जो फैसला लेते हैं,
वही छल किये जाते हैं.
पुरानी इक कहावत है,
तसली ठोक ठाक के लिया कीजिए.
सोच समझ कर कदम उठाया कीजिए,
यूँ ही न किसी पर यकीं किया कीजिए.
जमाना बड़ा ज़ालिम है,"तौसीफ "
ज़रा संभल कर रहा कीजिए.
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