तेरी आरज़ू है आज भी, तेरी जुस्तजू है आज भी।
कुछ बात है, हालात है, जज्बात है कुछ आज भी।।
दरमियाँ तेरे मेरे , बेताबियाँ है आज भी ।
हालात है, मजबूरियाँ, कुछ दूरियाँ है आज भी।।
आस है, विश्वास है, एहसास है कुछ आज भी।
पास है दिल के मेरे, और खास है तू आज भी।।
अब अजनबी, गुमनाम है, ईमान है तू आज भी।
बाग यूँ सूखता गया, वीरान है कुछ आज भी।।
बेहया तू, बेवफा, बदनाम है तू आज भी।
सच कहूँ दिल से अगर, सम्मान है तू आज भी।।
-Yogesh Porwal(YRP)
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