QUOTES ON #YQSADFEELINGS

#yqsadfeelings quotes

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7 DEC 2019 AT 13:56

Jo bichdna tha to milna jruri tha?
Jis zkhmo ko m bhul chuka tha, unhen kuredna jruri tha?
Bs ek zinda lash tha m milne se pehle,
Mujhe zindgi ka lalch deke fir se marna zruri tha????

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10 OCT 2020 AT 19:26

टूटते तिलिस्म बिखरते लोग,
धुंधली यादें लूटते रोज,
प्रबल सपने तीक्ष्ण ज़िंदगी,
रुदन की वजहें न पूछते लोग।

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25 NOV 2018 AT 19:19

He broke my house
to make his house clean

- a sad spider

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6 DEC 2018 AT 1:18

my eyes are heavy due to lack of sleep
but my heart is much heavier
as it's lacking in love

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19 OCT 2018 AT 16:05

अभी तो हमने मंजिल के लिए ,चलने का इरादा किया है।।
लाख मुश्किलों में भी ,खुद को खड़े रखने का इरादा किया है।।
चाहें हों कितनी भी रुकावटें राहों में ,मगर अब।।
बिन मंजिल पाएं कहीं रुकना नहीं है ,ये खुद से वादा किया है।।

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26 DEC 2019 AT 19:59


मेरे नौ निहाल तुम ढाल बनो देश की
चाल वन चरित्र की लाज गुरु वेष की
स्वर्ग के राज्य को धरा पर उतार दो
हो रहे विरूप जो उनको नव श्रृंगार दो
श्रृंगार को संवार दो निखार को उभार दो
निषेध को नकार दो विधि को फिर प्रचार दो
सीमनें उधेड़ दो छद्द रूप वेष की
मेरे नौ निहाल तुम...........

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23 JUL 2020 AT 13:40

जो अक्सर मुस्कुराते हैं
कितने गम हैं जिन्हें छिपातें हैं
कहते हैं कहाँ अपने दिल की
सबकी हाँ में हैं मिलाते हैं
रूठ न जाएं कभी अपने
इसलिए दिल अपना जलाते हैं


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2 NOV 2019 AT 0:26

हर रोज़ अपनी परिस्थितियाँ देखकर ,इतनी टूट गई हूँ मैं .
किसी और सेे अब क्या रूठूंगी ,खुदसे ही इतना रूठ गई हूँ मैं .
यूँ तो असानी से हार मानती नहीं हूँ ,पर हर दिन टुकड़ो मे टूट रही हूँ मैं .
हौसला और समझ साथ होते हुए भी कहीं पीछे छूट रही हूँ मैं .
अपनो को सब बतलाकर भी गलत ही कहला रही हूँ मैं.

कदम तो लेती हूँ आगे बढ़ने को फिर क्यों खुदको पीछे पा रही हूँ मैं ?
खुद्की गलतियां निकालकर सबसे माफ़ी तक मांग ली है ,फिर क्यों रिश्तों से छूट रही हूँ मैं ?

अपनी ज़िंदगी से रोज़ की लड़ाई लड़कर ,मुझे अकेले ही जीना है सीख रही हूँ मैं ...
यूँ तो घरवालों की जान हूँ ,पर वक्त की चोट से उन्हें भी नहीं समझ आती हूँ मैं ..
परेशान हूँ पर धैर्य और समझ है मुझमें ,अब किसी को नहीं समझा पाती हूँ मैं ...
एक बंद बिना राह के कमरे में भी ,अपना रास्ता ढूंढ रही हूँ मैं ..
वक़्त है बदल जायेगा बस खुदको यही समझाकर इन् कुछ पंक्तियों में सुकून ओढ़ रही हूँ मैं ...
Tanu




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12 NOV 2019 AT 11:07

लबों पर खामोशी,
दिल में बेबसी है,
न जाने इस बेज़ार सी जिंदगी की,
अभी कितनी सांसे बची हैं।

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12 AUG 2019 AT 20:13

कहने को तो उसकी ज़िंदगी में,

हर पल खुशियों से भरा-पुरा है...

पर असलियत में उनके बिना,

उसकि ज़िंदगी का हर पल अधूरा है...

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