QUOTES ON #YQROMANCE

#yqromance quotes

Trending | Latest
7 JUL 2019 AT 13:06

💞ना हाथ में खंजर, ना तलवार रखता है,
अजब यार है मेरा ,नजरों से वार करता है।

ना इज़हार करता है, ना वो इनकार करता है,
लेकिन यकीन है मुझे कि ,वो बेइंतहा प्यार करता है।

हसीनाओं के संग देख मुझे, ना वो तकरार करता है,
कितना पागल है वो, जो इतना एतब़ार करता है।

बात चाँद तारे लाने की करूँ, तो मुझ पर इख्तियार रखता है
न बातें करूँ फलक की, मिन्नतें वो बार बार करता है।

देख कर उसकी अदाएँ, ये दिल बार बार बहकता है।
और वो रब से हमारी , सलामती की फरियाद करता है।💞

-


28 AUG 2021 AT 11:26

Life is not only about having responsibilities
It's all about spreading love where ever you go...

Love is not only about kisses or hugs.
It's all about sharing pain, knowing the darkest secrets, feelings, compromises, and mainly trust...

-


31 JUL 2020 AT 12:30

छनकती पायलों का कसूर कम नहीं हैं,
पर इश्क में जान देने का दस्तूर अब नहीं हैं..

-


22 DEC 2019 AT 15:22

तुम्हारे देह पर लिपटे ये
जो कुछ अतरंगी से रंग है न
इन्हीं रंगों में वो आठवां रंग भी है
जिनसे मिलकर मैं इस सतरंगी दुनिया
का सही मायने में बोध कर पाता हूँ

-


29 DEC 2019 AT 21:09

उन्मादी मन
सदैव विपरित ही रहना चाहता है

विमुख होकर भी
प्रेम की संवेदना को तृप्त करना चाहता है

बदहवासी से गुजरकर
आलिंगन के चरमोत्कर्ष पर पहुंचना चाहता है

यही उत्कर्ष की ओर
भावना को प्रकट करने का सही माध्यम भी प्रतीत होता है

-


9 JUL 2020 AT 18:04

सब सो गए अपना दर्द अपनों को सुना के,
कोई होता मेरा तो मुझे भी नींद आ जाती...

-


30 JAN 2021 AT 14:08





-


21 JAN 2020 AT 20:06

सौंप दिया जिसने जीवन सारा एक चांदनी के मधु प्रेम में
क्या कोई रोकेगा अब उसको उजास सितारों के संदेह में

अर्पित किया जिसने कण कण आत्मीय छवि संबंधो में
क्या कोई छलेगा अब उसको लुभावने तन के सौंदर्य में

वैरागी मन हो जिसका करता वन गमन अनन्त संवेग में
क्या कोई रचेगा इच्छाओं का राजमहल लोभ,कपट,द्वेष में

पग पग करता जो न्यौछावर खुशियों को उसके दामन में
क्या कोई झूठलायेगा उसके बढ़ते कदमों को घर आंगन में

मदमस्त वासंती मोर सा नाचे चितचोर वो मधुर संगीत में
क्या कोई ढूंढेगा नाट्य भंगिमा विशाल हाथियों के झुंड में

आलिंगन करती मुद्राएं सोमपान में मस्त ललित ललाट में
क्या कोई सहेगा चिरनिद्रा इस विषाक्त धतूरे के वियोग में

-


19 JUN 2021 AT 16:38

कभी जिस शहर में उजाला हुआ करता था
आज वहाँ पे कोई सितारा ही नहीं है
जिस की गालियों से रोज गुज़रा करते
आज वहाँ पे कोई परिंदा तक नहीं है

-


21 JUN 2021 AT 14:26

बहुत किया बहाना अब जिंदगी की तलाश करनी होगी
तब ही तो मेरी असलियत सब के सामने आएगी

-