Vikas Sahay 19 APR 2020 AT 1:39 टूटता तारामैंने रोते हुए ,पूछा उस टूटते तारे से,उसे मेरा बना क्यों नहीं देतेउसने भी,हस के कहांजो खुद किसी की जुदाई में टूटा हो,वो तुझे क्या देगा........ - Prashant Jain 14 FEB 2021 AT 22:06 हर हाथ मे एक हाथ देखा है,आज लकीरों मैं अपनी तुझे मैने बार बार देखा है।।😥😥 - Tamiksha Ahuja 14 JUL 2021 AT 17:58 कुछ रिश्तों के नाम नही होते,दिल से दिल का एहसास ही काफी है। -