दिल पे अब अपने तरस खाना बंद कर दिया ,
लोंगो की बातों को दिल से लगाना बंद कर दिया !
रिश्तों में खुद को हरपहर उलझाना बंद कर दिया ,
झूठे सपनों के पीछे खुद को भगाना बंद कर दिया !
अधूरा रहा जो, उसे भी अधूरा बताना बंद कर दिया,
अपनी दुखों मिले तकलीफों काे जताना बंद कर दिया !
दिखावे वाले रिश्ताें में, साथ निभाना बंद कर दिया,
समझौते कर स्वाभिमान को ठेस पहुंचाना बंद कर दिया!
जो मुकम्मल नहीं होगा,उसपर हामी दिखाना बंद कर दिया ,
सबकी 'हां' में 'हां' मिलाना बंद कर दिया ।
-Deeply written by soni Keshri💞
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