हमे तुम बिन ज़माने मे यहां जीना नहीं आता सियें कैसे हां जख़्मों को हमे सीना नहीं आता यकीनन जाके बैठ जाते हैं यहां तो मयकदे मे सब पिएं हम कैसे जाकर के हमे पीना नहीं आता
इजाज़त हो अगर दिल की कहो नेमत तुम्हें भेजें मेरी लिख्खी हुई है जो कहो दौलत तुम्हें भेजें ज़रा पैरों से चलकर तुम खडी़ छज्जे पे आ होना गली मे इक कबूतर है कहो तो खत तुम्हें भेजें
ज़रा देखो ज़रा समझो नया ये दौर आया है इश्क मे भी यहां पर अब नया ये तौर आया है जहां पर तुम कभी रहते थे दिल के एक कोने मे वहां देखो तो देखो तो कोई अब और आया है