हर पल एक नया वार लगे,
जीवन से ही होने प्यार लगे ।।
थोड़ा सा तिवारी को ज्ञान मिले,
विचारों का फिर से नया द्वार लगे।।
बात-बात पर घबरा के कर्तव्य भूल, हिमालय को भागना चाहे,
ऐसी डाक्टर जी को सद्बुद्धि मिले कि अस्पताल ही हरिद्वार लगे।।
है तो पागल थोड़ा सा सिरफिरा भी समझ लें
फिर भी जन्मदिन नयी खुशियों की बौछार लगे
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