बेटी है हम बोझ नहीं किसी का कर्ज नहीं बेटी ही जननी है किसी का दर्द नहीं बेटी को अभिमान बनाओ शिक्षा का ज्ञान सिखाओ बेटी भी देश की गौरवकारी बनेगी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ बेटी है हम बोझ नहीं जीवन में हमें आगे बढ़ना है शिक्षा को ग्रहण करना है हमें भी तो पढ़ना है तभी तो देश के लिए कुछ करना है बेटी की संख्या घट रही है पृथ्वी पर हिंसा बढ़ रही है जग का कल्याण होगा कैसे जब बेटी कोख में ही मर रही है बेटी है हम बोझ नहीं किसी का हम कर्ज नहीं मुझे इस जहां में कुछ बनना है इसलिए हर बेटी को पढ़ना है तभी तो संसार को आगे बढ़ना है हर एक बेटी पढ जाएगी इस धरती पर चमत्कार हो जाएगा इस जहां में किसी का अस्तित्व नहीं रहेगा । जब किसी के घर में बेटी नहीं रहेगी । 👧👧👧👧👧👧👧👧👧