QUOTES ON #YQDADA

#yqdada quotes

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9 MINUTES AGO

कभी राधा सा प्यार दिया
कभी मीरा सी दिवानी हुईं
धुप में जलता हुआ देख
अपने आंचल का साया दिया
मेरी हर ख्वाईसो के लिए
उसने दिन रात कुर्बान किया

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10 MINUTES AGO

!! नज़रे !!
नज़रे झुका कर
वो तनिक सा मुस्कुराकर
जब यूं बगल से गुजरती है
मानो बिजली ने आसमा को चीरकर
दिल रूपी पृथ्वी पर
ठंडी वारिश शुरू कर दिया है।
जिसमे अनेकों अनेक फूल
खिलने को लालायित है।
मिट्टी सुगंधित हो गई है
धरा बंजर से हरित की ओर
प्रवेश कर रही है।
चारो तरफ पेड़ पौधे, झाड़ियां
मुस्कुरा रही है।
और शरीर के अंग ऐसे
प्रमुदित होते है
जैसे शरद ऋतु में
पुष्प मनमोहक रंग बिखेर रही है।
मन उस पल को
समेटने की आस में
बस एक टक देखता रहता है।
नज़रे झुकना नहीं चाहती है
और जैसे ही यह दृश्य दूर
होता है, मानो सुंदर सा सपना
टूट गया। जिसे हम संजोय कर
देखना चाह रहे थे।
मानो धरा पर कई वर्षो से
वारिश नहीं हुई है।
पेड़ पौधे मुरझाए हुए है।
और अमित अनमोल पल
कई वर्षो से कहां खो गया है?

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বৈশাখের ঝলকানিতে বাংলা বেসামাল
ছোট বড় ধনী গরীব সবার খারাপ হাল
ভোর না হতেই রবির চোখ রাঙানো শুরু
বার হলে ঘর থেকে ভয়ে বুকটা দুরুদুরু
শুষ্ক আগুন বায় ঝলসে দিতে আসে
দুচোখ জুড়ে শুধু মরিচিকা-ই ভাসে
আগুন সমান রোদ ঝরছে লাভার মতো
হচ্ছে পুড়ে খাক ইচ্ছে সবুজ যত
রোদের এ ঝলকানি পোড়ায় শরীর মন
নিষ্ঠুর এই খেলায় মজেছে তপন
একটু শীতল ছায়া একটু খানি বৃষ্টি
একটু হিমেল হাওয়া বাঁচবে তবে সৃষ্টি
সবাই আশায় বসে হাপিত্যেশ-ই সার
বুঝবে সবাই কি বৃক্ষ নিথন ভার?

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59 MINUTES AGO

বৈশাখৰ জিলিকনিত ঘূৰি আহিল পুৰণি দিনৰ ৰাগিনী
হেৰাই যোৱা ৰঙীন দিনবোৰ মনত পৰে।
সেই দিনৰ পুৰণি কথা।

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AN HOUR AGO

अस्थि विसर्जन करते है लोग गंगा घाट पर
यादों के विसर्जन का भी "हीरो" कोई घाट होना चाहिए
- हीरो जोबनपुत्रा

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AN HOUR AGO

पुस्तक हे जणू सशक्तेचा स्तंभ
माणसाच्या प्रगतीचा तो आरंभ
विश्व समृद्ध होई ज्ञानाने त्याच्या
पुस्तक आहे खर मानवतेचा वसा .

पुस्तक आहे आरसा जगाचा
तेच आहे वारसा जणांचा
पुस्तक आहे दैदिप्यमान वीरांची गाथा
अन् सखोल मानवजातीच्या मानवतेची प्रथा .

पुस्तक हे इतिहास आहे
अनेक विषयांचा संग्रह आहे
पुस्तक हे जगण्यासोबत
आयुष्याचे प्रमाण आहे .

पुस्तक हे कीर्ती आहे
लेखणीतील स्फूर्ती आहे
पिढ्यांनपिढ्यांना जोडणारे
पुस्तकचं साधन आहे .
- ओम विठ्ठलराव पिंपळे.
23 April 2024

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AN HOUR AGO

হলুদিয়া সুখ
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হলদিয়া সুখে
মগ্ন আমার মন !
রোদ্দুর ছুঁয়ে কবিতা লিখি,
উষ্ণ বিবরণ...
সাধলে তুমি, মেঘ হবে আজ
বৃষ্টি দেবে এসে ;
ঝলক ঝলক বৈশাখী মন,
তবু...মেঘ সরিয়েই হাসে !
ভিজবো চলো আকাশ গাঙে
নীলাম্বরী সুখে,,,
আমি-তুমি স্নিগ্ধ হবো, দগ্ধ হবো !
মুগ্ধ সূর্যি মেখে...

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AN HOUR AGO

দুর্দান্ত চমকে উথলিয়া ওঠে অবাধ্য মন বিবাগী
আলুথালু এলোকেশী কপালকুণ্ডলা ছুটে বেড়ায় কার লাগি
তবে কি‼️নবকুমার কাছা তুলে আসে ধরিবারে সৌদামিনীরে
লজ্জা শরম ত্যাগী
কি আসে যায়, লোকের মন্দ কথায়‼️
বলুক না হয় আবাগী

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AN HOUR AGO

বৈশাখের ঝলকানিতে জীবনটাই ওষ্ঠাগত,
বন্ধু সকাল মানে নতুন আলো থাকুক তোকে ঘিরে,
সকালটা তোর হয়ে থাক তোর নামে থাক রোদ,
এখন আমার তোর প্রতি আর নেই রে প্রতিশোধ,
ঘৃনা নিয়ে করবো কি আর ঘৃনাতে সব ফাঁকা,
এখন রোজ সকালে বোনের হাসি আমার ভালো থাকা।।

🌹🦋সঙ্গীতা🦋🌹

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गुण मिलने पर शादी होती है
अवगुण मिलने पर दोस्ती
यह ज्ञान कहां से आया
आज से‌ मे अवगुण मिलकर
सिर्फ दोस्ती करूंगा

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