Honey 😊☺️ 20 APR 2021 AT 17:59 Paid Content - Sunidhi Pandey 11 NOV 2020 AT 16:49 "The Demons of Darkness"(Read the Caption) - Nikunj Tomer 4 JAN 2021 AT 15:19 खुद को कितनी देर मनाना पड़ता है।लफ्जों को जब रंग लगाना पड़ता है।चोटी तक पहुंची राहों से पूछो भीकैसे पर्वत काट के आना पड़ता है। - Udit Uttam 6 JUL 2020 AT 16:07 नर्म मेरी भी ज़िन्दगी होतीओढ़नी की अग़र होती छायादेख ज़ालिम कि क्या हुई हालतधूप में जल गई मेरी काया - শৌনক গিরি 17 FEB 2022 AT 18:01 সকালে রান্না, দুপুরে খাওয়া,ছমছমে সময়রাত্রিতে স্বামী, আজীবন বিছানায় উঠতে ভয়।— % & - MD Bhuradia 17 JUN 2017 AT 12:47 वो निर्णय ही क्या हुआ जो निर्भय हो कर ना लिया ।। - AMIT ANURAGI 6 DEC 2017 AT 15:48 शहर तो पेड़ से टूटे बेजान पत्ते हैं साहब।जड़ें तो आज भी उस पेड़ की गाँव में बसतीं हैं। - Mahima Itkikar 2 JUL 2020 AT 20:50 बेवफ़ाई की भी क्या तारीफ करे हमवो रोई सी आंखे करपिठ पीछे हंस रहा था।उसके गम मिटाने चल पड़े अनजानी राहें हमवो ठैरा गैर मुस्ताकिलन जाने कितनो का हमसफ़र बन बैठा था। - ABHILASHA RAJ VERMA 2 APR 2019 AT 0:00 The things actas protector;your principles, moralsand character. - AKSHITA MADAAN 12 APR 2018 AT 23:27 Sometimes in life we onlyneed A spark of lightwhich enlighten ourspirit too high -