Bee🌸ing 13 APR 2019 AT 10:44 उम्र बड़ी होती है रोने वालों कीगीली लकड़ी जलते जलते जलती है- राजेश रेड्डी - Alok Pandey 21 JUL 2020 AT 9:31 कैसे न 'खूं' लहू का , हर बात खौलताजो जैसा सोचता , वो वैसा बोलता - Niharika Jha 29 AUG 2019 AT 17:46 बोझ ऐसा कि दर-ब-दर गिर रही हूँ,आँसू नहीं जनाब झूठी मुस्कान लिए फिर रही हूँ... - Niharika Jha 27 DEC 2019 AT 20:10 टूट रही है जो बर्दाश्त की हद, मानोंकह रहा कुदरत अब अंत नज़दीक हैं.. - shah_zaadi _ 30 JUN 2020 AT 18:08 देखी हैं अजियतें इतनी अब तो...खुशियों से भी होती है चिढ़ सी... - Niharika Jha 18 DEC 2019 AT 7:25 अभी बहुत हैं पढ़ने वाले, समझनेवाला मिलने तक उम्र गुज़र जाएगी.. - Niharika Jha 1 JAN 2020 AT 6:44 नए साल पर किया भी तो क्या किया,नई डायरी ले ली तुम्हें लिखने के लिए.. - Niharika Jha 29 MAR 2020 AT 8:05 वो तस्वीरें जो तुम्हारी ख़ातिर खींची गई थी,उन तस्वीरों में भी कमबख़्त गजब का नूर था.. - Niharika Jha 7 NOV 2019 AT 7:01 दिल तो मैं कबका दे देती किसी और को, मगरहमारे यहाँ टूटी हुई चीज़ें देने का रिवाज़ नही... - Renu Gaur 8 MAR 2020 AT 8:09 जब आइने में संवरती थी, तो सब हस्ते थे lअब तस्वीर में सिमट गई हूं ,तो सब रोते है। -