"पिता का दर्द"
अपनी चाहत को ठुकराते.. गमों को अपनाते देखा है
मैंने अपने पिता को धूप में कमाते देखा है।।
नींद को त्यागते... अपने बच्चों को सुलाते देखा है
मैंने अपने पिता को रात में जागते देखा है।।
उनको बिखरते... उनको तड़पते देखा है
मैंने अपने पिता को अकेलेपन में रोते देखा है।।
प्यार जताते... ख्वाब सजाते देखा है
मासूम सी चेहरे पर... दर्द को छिपाते देखा है।।
आंखों में नमी... प्यार बरसाते देखा है
मैंने अपने पिता को अक्सर.. दर्द में मुस्कुराते देखा है।।
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