तेरी आंखें तेरा पहचान बयां करती हैं,
ज़ेहन में छुपे तेरे तूफ़ान बयां करती हैं।
मौसम में दिखती है तेरी परछाई,
और हवाएं तेरे क़दमों के निशान बयां करती है।
सवारती है सर्द की धूप तेरे ख्वाबों को,
और इसकी मीठी-मीठी किरणें,
तेरा रुझान बयां करती है।
अोस की बूंदें लिखती है अंदाज़ तेरा,
और सुनहरी सी चमक तेरे अरमान बयां करती हैं।
खिलते फूलों में दिखते हैं तेरे अक्स अक्सर,
और इनकी खुशबू तेरी मुस्कान बयां करती है।
तेरी आंखें तेरा पहचान बयां करती हैं,
जेहन में छुपे तेरे तूफ़ान बयां करती हैं।
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