जुनून है मंजिल पाने का,दिल मत रोक हमारा रास्ता
तू अपनी मनमानी छोड़ दे,देते हैं तुझे रब का वास्ता
होंसलो की उड़ान देखकर,गगन भी खुशी के गीत गाता
तेरा रोकना व्यर्थ ही मान,अब तो सारा मंजर मुस्कुराता
फिजाएं झूम कर मनोबल बढ़ाती,साहस मेरा मार्ग सजाता
किसी के रोकने से न रुकेंगे,दिल जिद छोड़ मुकाम बुलाता
गुरमीत
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