🙏माँ🙏
मुस्कान रख होंठों पे,
आँखों में पानी भरा करती है,
दिल में दर्द छुपा होठो से
हंसा करती है,
खुद पी रही दर्द को,
जहाँ को अमृत पिलाया करती है,
पत्थर पर चल,
नन्हें को गोद में उठाया करती है,
खो रही बल,हार रही पल
फिर भी नन्हें को जीत का
मार्ग दिखाया करती है,
माँ ही है,जो खुद को हार
बच्चे को जीताया करती है,
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