QUOTES ON #YOURQUITE

#yourquite quotes

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1 JUL 2020 AT 21:57


রাতের আধারে
স্নিগ্ধ বাতাসে
ছন্ম ছাড়ার
প্রেমের বাহার ,
চাঁদের আলোয়
দিশা হারায়
একলা পথে
আশা জমায় ।।

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31 MAR 2020 AT 16:27

इश्क़ की दुनिया में हम भी आने लगे।
अपनी एक अलग महफ़िल सजाने लगे।

निभाना हर वक़्त साथ मेरा ओ मेरे हमसफ़र।
आपकी मोहब्बत का चिराग हम भी अपने दिल में जगाने लगे।

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1 SEP 2017 AT 0:16

ভিন্নতর

অনেক পাওয়ার পূর্ণতা, না পাওয়ার
কিছু শূণ্যতা
জল থৈ থৈ উঠোন জুড়ে নোনতা মাটি হৃদয় খুঁড়ে কে মেশালো!
কেমন যেন বন্যতা।।

মুখের হাসি থাক না মুখে,দুঃখ থাকুক বুকে চেপে এইটুকু তো চাই --
তবে কেন নিঃস্ব করো এমনতর
ভাসিয়ে কষ্ট বৃষ্টি-জলে ?

আমার আকাশ ভিন্নতর তোমার মতো নয়
পাখনা মেলে উড়ছো তুমি নীল আকাশে -
সেটাই প্রাণে সয় ।
নাহয় আমার আকাশ থাকুক সংগোiপনে ,
ঝরুক বৃষ্টি বুকের মাঝেই একলা নিরজনে
তারে বাইরে কেন আনো ?

অতসী তাঁর একটু শক্তি আমায় যদি দানে
সেইটুকু কি তোমার বুকে শক্তিশেলই হানে ? তুমি থাকো নিজের মনে।
আমার জগৎ আমার মনে
বাঁচুক সংগোপনে ।।

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23 MAY 2017 AT 15:25

मौहब्बत तुम्हारी इबादत हमारी...
ख़ुदा की कसम... ना ख़ुदा हो गये तुम।

रुलाने की बातों से हँसाने की ज़िद है..
उफ़ ये सितम...क्या से क्या हो गये तुम।

तेरी बेरुखी को क्या नाम दें हम...
रहे पास फिर भी...जु़दा हो गये तुम।

नहीं फर्क कोई किसी बद्दुआ से...
सितमगर मेरी... हर दुआ हो गये तुम।

तुम्ह़े ढूँढती हूँ मेरी धड़कनों में...
न जाने कहाँ...गुमशुदा हो गये तुम।

तेरे दिल की महफ़िल हमीं छोड़ देंगे...
बहुत भीड़ है...गुलसिताँ हो गये तुम।

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27 JUL 2017 AT 0:14

নদীর এপার ভাঙে ওপার গড়ে
এই তো নদীর খেলা
ভাঙার পারে ঘর ভাঙে তাই
গড়ার পারে মেলা।
ফুটবে ফুল দোলনচাঁপা
বকুল বেলি জুঁই
আর পারটা ভেঙে গড়ে
অপর পারের ভুঁই।
ভাঙা পারের দুখ মিশে যায়
গড়ার পারের সুখে
গুনগুন গান দুই পারেতেই
গুঞ্জরিয়া ওঠে।

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11 FEB 2021 AT 6:59

जिसकी खुद की वफ़ा अधूरी रही हो
वो क्या किसी की वफ़ा बनेगी
जिसकी हाथो की लकीरें किरदार
मीरा सा लिखवाकर लायी हो
वो क्या किसी की राधा बनेगी

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4 MAR 2021 AT 7:27

थोड़ा अदब से मिला करो

मिर्जा गालिब का शेर मार कर वफ़ा किया करो

सच तुम्हारी आँखे बोल देती है

यू झूठे बोल बोलकर खुद से बेवफाई मत किया करो

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7 JUN 2017 AT 5:21

दिल चाहता है....
पत्थर हो जाना....

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23 DEC 2020 AT 10:52

निकला था सफर में इल्म की खातिर,
और कुछ तम्मनाओं लेकर।
लेकिन इश्क के झोकों ने, पत्तो की तरह उरा ले गया ।
ऐसी मोड़ पर का छोरा,
जहां बेपनाह बन कर रह गए।
हम वफा करके भी तनहा रह गए

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13 MAR 2018 AT 7:34

🙏माँ🙏

मुस्कान रख होंठों पे,
आँखों में पानी भरा करती है,
दिल में दर्द छुपा होठो से
हंसा करती है,
खुद पी रही दर्द को,
जहाँ को अमृत पिलाया करती है,
पत्थर पर चल,
नन्हें को गोद में उठाया करती है,
खो रही बल,हार रही पल
फिर भी नन्हें को जीत का
मार्ग दिखाया करती है,
माँ ही है,जो खुद को हार
बच्चे को जीताया करती है,

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