ये सफ़र भी हमे कितना कुछ सीखा जाता हैं । बस्ते हैं यहाँ लोग तरह तरह के ये हमे समझा जाता हैं। कोई मीठे बोल सुनता हैं तो कोई अकड़ दिखा जाता हैं। ये सफ़र भी हमे कितना कुछ सीखा जाता हैं ।। अंजानो की बस्ती मैं किसी अपने से मिला जाता हैं। घर की छाव कितनी ख़ास हैं ये एहसास दिला जाता हैं। ये सफ़र भी हमे कितना कुछ सीखा जाता हैं।। निकलते हैं बाहर खाली पन्नो की तरह । वापस आते आते ये पूरा जहांन साथ ले आता हैं। सच्च ... ये सफ़र भी हमे कितना कुछ सीखा जाता हैं।।