Mohib Mokashi 6 AUG 2020 AT 17:28 ईश्क अगर जुर्म है तो हा किया है मैंनेदो सजा दो हमेवो भी कबूल कि मैंनेबर्शते तुम्हे किसी से मोहब्बत ना हो - Mohib Mokashi 6 AUG 2020 AT 14:15 दिल के अरमाँ दिल में ही दबाके रखना ये खुदखुशी से कम नहीआपनेही मौत का सबब बनना ईससे बडा कोई और गम नही - Mohib Mokashi 27 AUG 2020 AT 3:21 जाती भेद एक अजीब फंदा हैजो भी है वो बडा गंदा हैइस में फसा हर एक बंदा हैये तो कुछ लोगो का धंदा हैईंसानीत आनोखा रीश्ता हैवो निभाना भी बडा सस्ता हैसंभल कर जीये वो फरीश्ता हैसमझ में आजाये तो वही सही रास्ता है - Mohib Mokashi 27 AUG 2020 AT 2:35 आसमा के चाँद को मैंखोज़ता रहा तेरी आंखों मेंमैं बेखबर वो तो बसा हैतेरी भुली बिसरी यादोंमें - Mohib Mokashi 7 AUG 2020 AT 8:52 मिट्टी में मिल जायेगा एक दिनआपने आप पर इतना गुमान न करयाद नही करता हर रोज क्याअपना एक दिन तो भगवान के नाम कर - Mohib Mokashi 8 AUG 2020 AT 23:46 इस राह पर संभल करचलना मेरे यारकुछ दिलके तुकडे बिखरे पडे हैजिस राह पर तुम अभी भी खडे है - Mohib Mokashi 30 AUG 2020 AT 6:58 मोहोब्बत करने वाले तो बहोत मिलेगेउसे सही मुकाम तक लेजाने वालौ की कमी है और हरदम रहेगी - Mohib Mokashi 7 AUG 2020 AT 20:35 नासूर बन गया हैजख्मों को कुरेदना बस करो यारजिंदगी दुशवार हो गई हैथोडा तो संम्मभलने दो यार - Mohib Mokashi 29 AUG 2020 AT 5:59 स्वतःच्या सर्वात जवळचा सोबती आसतो तो म्हणजे आपला आत्मविश्वास - Mohib Mokashi 3 SEP 2020 AT 9:31 जिंदगी और मौत के बीच में बस ये तेरा खंजर हैमुझे मौत भी आई तेरे हाथो से वाह ये क्या खुबसुरत मंजर है -