जब कुछ करने का वक़्त आया तो पहला हारा खुद को पाया पहली सीढ़ी अंजानी सी मिली जिसे उस घड़ी पहचान ना पाया अंदाजा ही नहीं था जैसे हालात हुए, सोचा ही नहीं इसको कभी अब जो कहूं मै आगे कि तो चुनौती भी दूंगा और मै ही जीतूंगा भी
बिना मंजिल के जीना आसान होता हैं। जिंदगी में हर कोई परेशान होता हैं। सपनों से समझौता करने वाले को कुछ नहीं मिलता। जो लड़ते हैं अपनी परेशानियों से, उन्हीं के कदमों में ज़हान होता हैं।।
I have been torn apart, broken into p i e c e s many a times.
But each time, I managed to assemble myself whole in different shape, different form, different version. Knock me down again. I dare you. You’d only give me a chance to come back anew.