जिंदगी अब बोझिल हो गयी है, पिंजरे मे रहना
अब मुश्किल हो गया है,जीने नहीं देना था तो
जिंदगी क्यों दी, जिंदगी कंचित ही देते मगर उस
मे आजादी देते बहुत रुसवा देखा है, बेटियों की
जिंदगी मे, मगर सिर उठाकर जीने और अदब
पाने का अधिकार है उन्हें, आदाब, संस्कार, सीखाइऐ
डरना नहीं, मन मे मलाल ना हो उन्हें बेटी होने का इसलिए इन्हे सशक्त बनाये....
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