जीवन सरल नहीं होता,
यह हैं बीहड़ ओर निमर्म,
जब चाहे विपत्तियों में छोड़ देता हैं,
वक्त का फैसला आये इससे पहले ही हमें
तोड़ देता हैं,मगर संग्लन भी यही करता हैं,
लहज़ा जीना का भी यही सीखता हैं,
वर्तमान में रख यह जीवन के अतीत के
बट्टा को याद दिलाता हैं
फिर यही कुछ अच्छा करने की प्रेरणा देती हैं,
और वीतराग मन में कोलाहल मचाती हैं,
परोक्ष भविष्य के लिए तकदीर लिखने का
मौका देती हैं....
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