हमारे वीर जवान
हवाओं का भी रुख मोड़ देते है, पत्थर से भी ये टकराते है दुश्मनो से ना ये घबराते है, कंटक देख ना ये पीछे मुड़ते है प्रतिभावान है ये देश के बेखौफ़ ये चलते है
निविड़ होकर ये दुश्मनो से लड़ते है, अपने मिट्टी के खातिर ये शरहदो पर तपस्या करते है
घर -आँगन को छोड़ ये देश की रक्षा करते है परिहरेहि कर परिवार का सुख ये शरहदो पर रहते है
देश के स्निग्ध के खातिर समर-भूमि मे ये लड़ते है रिपु-दल को ये मार गिराते है अविचल हो ये देश के खातिर वीरान शरहदो पर रहते है
झरोखा है ये देश के, जमीर मे है हमारे इनके खातिर प्रेम, आभार और अभिनन्दन हम सुरक्षित बैठे है घरों मे, शरहदो पर तैनात है ये हमारे खातिर
जुग -जुग जियो देश के लाल, हीरा हो तुम हिंदुस्तान के जागृत किया हुआ तुम सन्देश हो, देश के तुम धरोहर हो, भारत माँ के सच्चे बेटे हो तुम.......
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