सोच में भी जज्बातों को पिरोया कीजिए, इश्क़ को भी दिल से महसूस किया कीजिए... चाहे हर तरफ क्यूँँ न हो तन्हाइयो का मंजर, रूह में ये ख़यालात कभी तो उतारा कीजिए!....
किरदार में रहकर भी जो किरदार निभाते जायेंगे । अपनी यादों का तोफा दिल में जरूर छोड़ जायेंगे । बातें तो बस जज़्बातों और एहसासों की हैं, जनाब यादों में चेहरे ही जिंदा रहकर जिस्म छोड़ जायेंगे !!