ತಾರೆಗಳ ತೋಟದಿಂದ ದೋಚಿ ತಂದ ಧ್ರುವತಾರೆ ನೀನು... ಕಡಲಿನ ಆಳದಿಂದ ಹೆಕ್ಕಿ ತಂದ ಮುತ್ತು ನೀನು.. ಹೂವಿನ ತೋಟದಿಂದ ಆರಿಸಿ ತಂದ ದುಂಡುಮಲ್ಲಿಗೆ ನೀನು.. ಜೇನಿನ ಗೂಡಿನಿಂದ ತುಂಬಿ ತಂದ ಸಿಹಿಜೇನ ಧಾರೆಯು ನೀನು..
बाबूल पिहर छूटो जाए। आँख से आँसू बहती जाये। आँगन मोहर छूटो जाये। बाबूल पिहर छूटो जाये। अब बिदाई कि घड़ी आई। बचपन की सारी यादों की लड़ी आई। बाबूल पिहर छूटो जा ये। अब पराई हो चली मैं। दूजे के आँगन की ओर चली मैं। रिश्ते नाते सब छोड़ चली मैं। बाबूल पिहर छोड़ चली मैं।
रश्मों कस्मो मे बंधी। तेरी प्यारी अब दूर चली। तेरे आँगन की कली बन ने चली किसी और के घर की शोभा। यह कैसा है बीधी का बिधान जहाँ करना पड़ता है बेटी का कन्यादान
-
Fetching #vinu Quotes
Seems there are no posts with this hashtag. Come back a little later and find out.